एड्स ने जिस तरह से भारत में पांव फैलाना शुरू किया उससे एक बेदह खौेफनाक तस्वीर सामने आने लगी है। भारत जैसे बहुसंस्कृति व परंपरा वाले इस देश में इस बीमारी के कारण जो घटनाएं सामने आ रही हैं दिल को दहला देने वाली हैं। भारत मेंअशिक्षा और अंधविश्वास के कारण इस बीमारी से पीडि़त खासकर महिलाओं को हर स्तर पर झेलनी पड़ रही है। पुरूष प्रधान बारतीय समाज में आखिर वे ही दोषी ठहरा दी जाती हैं। भले ही भीमारी किसी और ने दिया हो। निजी जीवन तो मानो नर्क ही बन गया, तिल-तिल जीने को विवश, पर पढ़े लिखे डॉक्टर भी उनके साथ जो कुछ कर रहे हैं मानव की खत्म हो रही संवेदनशीलता की ओर इशारा करती हैं। देश-विदेश की कुछ घटनाओं पर आप नजर डालें, और सोचें क्यों ऐसा हो रहा है, कब तक होता रहेगा। क्या कहता है कोर्ट।
माथे पर एचआईवी पॉजिटिव लिख महिला की कराई परेड
गुजरात के जामनगर के सरकारी अस्पताल में एक प्रेग्नेंट महिला के माथे पर एचआईवी पॉजिटिव लिखकर परेड कराने का मामला सामने आया था। पीडि़ता का आरोप है कि डॉक्टरों ने उसका इलाज करने से भी मना कर दिया। जब इस घटना के खिलाफ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने गुरु गोविंद सिंह गवर्नमेंट हॉस्पिटल के सामने प्रदर्शन किया तो राज्य का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया। पीडि़ता के मुताबिक, घटना तब की है जब रुटीन चेकअप के लिए मेरा ब्लड टेस्ट किया गया। जब रिपोर्ट आई तो डॉक्टरों और स्टाफ के लोगों ने मेरे माथे पर एचआईवी पॉजिटिव का स्टिकर चिपकाकर अस्पताल में मेरी परेड कराई। डॉक्टरों ने मेरा इलाज करने तक से मना कर दिया।
इंदौर पुलिस को एड्स गर्ल की
तलाश इंदौर पुलिस इन दिनों एक ऐसी रहस्यमयी लड़की की तलाश में जुटी है जो कथित तौर पर एड्स से पीडि़त है, और नौजवानों के साथ शारीरिक संबंध बनाकर उन्हें इस खतरनाक बीमारी का शिकार बना रही है। एड्स गर्ल के रूप में दिनों दिन कुख्यात हो रही इस लड़की की पहचान के बारे में हालांकि पुलिस के पास पुख्ता जानकारी नहीं है, लेकिन लड़की के जाल में फंसे नौजवानों के बताए हुलिये के आधार पर उसका स्केच जारी कर दिया गया है। शहर के एसपी ने बताया कि हमें मीडिया के कुछ लोगों से मालूम पड़ा है कि शहर में एक एड्स पीडि़त लड़की रात के वक्त अनजान नौजवानों को सेक्स के लिए आमंत्रित करती है। यह लड़की नौजवानों को भी इस बीमारी का शिकार बनाने की कोशिश कर रही है। कई नौजवान इस लड़की का शिकार बन चुके हैं। गौरतलब है कि विदेशों में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। कुछ वक्त पहले एक अनजान युवक ने यू ट्यूब पर एक विडियो के ज़रिए दावा किया था कि उसने 1500 से ज़्यादा लड़कियों के शरीर में एड्स का वायरस पहुंचा दिया है। इस विडियो में वह कुछ लड़कियों के नाम और उम्र पढ़ता भी नजऱ आया था। यह विडियो ज़बर्दस्त हिट रहा था।
एड्स पीडि़त छात्र को स्कूल से निकाला इलाहाबाद जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में पढऩे वाले नौ साल के छात्र को प्रधानाचार्य ने यह कहकर विद्यालय परिसर से निकाल दिया कि वह एड्स पीडि़त है।जिले के जसरा इलाके में रहने वाले कक्षा चार के छात्र के साथ इस प्रताडऩा को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लेते हुए आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। जिले के शिक्षा अधिकारी बृजेश मिश्रा ने बताया कि विभाग को पता चला कि जसरा क्षेत्र में बेलमोंडा प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को प्रधानाचार्य ने एक छात्र को एड्स पीडि़त होने के कारण विद्यालय से बाहर का रास्ता दिखा दिया। मिश्रा ने कहा कि हमें अभी यह पता नहीं चल पाया है कि प्रधानाचार्य को छात्र के एड्स पीडि़त होने की जानकारी कैसे हुई। घटना की जांच के आदेश दिये गये हैं।अधिकारियों के मुताबिक छात्र के माता-पिता सोरांव इलाके में रहते थे, उनकी एड्स की वजह से मौत हो गई थी। माता-पिता की मौत के बाद छात्र के मामा ने उसे अपने पास रख लिया और विद्यालय में उसका दाखिला करवाया।मिश्रा ने कहा कि वह आश्वस्त करते हैं कि विद्यालय प्रशासन की तरफ से छात्र को भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अफ्रीकी एड्स के इलाज के लिए करते हैं कुंवारियों से रेप
आज तक आपने अंधविश्वास के ढेरों किस्से सुने होंगे, लेकिन साउथ अफ्रीका में एड्स के रोगियों का मामला सबसे अलग है। यहां एचआईवी पॉजिटिव कई मरीजों का मानना है कि कमसिन वर्जिन लड़की के साथ सेक्स करने पर यह रोग ठीक हो जाता है। यह रोचक वाकया सुनाया है हॉलिवुड की मशहूर ऐक्ट्रिस शार्लीज़ थेरॉन ने। ऑस्कर अवॉर्ड जीत चुकीं थेरॉन यह देखकर काफी व्यथित थीं कि उनके देश के लोगों को इस बीमारी के बारे में सही जानकारी नहीं है। थेरॉन ने एड्स के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए सन् 1999 में केप टाउन में रेप क्राइसिसस सेंटर खोला था। उन्हें यह जानकर काफी धक्का लगा है कि 10 साल बाद भी लोग इस बीमारी को लेकर तरह - तरह की भ्रांतियों के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि वहां काफी लोग एड्स के शिकार हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता है कि वे इस रोग के शिकार कैसे बने। थेरॉन कहती हैं कि अभी भी बहुत सारे लोग मानते हैं कि वर्जिन और कम उम्र की लड़की के साथ सेक्स करने से एड्स ठीक हो सकता है। इसकी वजह से वे टीनएजर के साथ रेप करते हैं और इस रोग को और फैलाते हैं।
शादी से पहले एड्स की जानकारी छुपाना चीटिंग नहीं: कोर्ट
बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक फैसले के तहत शादी से पहले पत्नी को एचआईवी एड्स की जानकारी नहीं दे पाने को जायज ठहराते हुए कहा है कि यह चीटिंग की श्रेणी में नहीं आता है। सतारा की एक महिला द्वारा दायर याचिका की सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि यदि आप एचआईवी पॉजि़टिव हैं, तो शादी से पहले इसकी जानकारी अपनी होने वाली पत्नी को देना नैतिक स्तर पर सही हो सकता है। लेकिन, यदि किन्हीं कारणों से आप इस मसले की जानकारी अपनी भावी पत्नी को नहीं दे पाते तो इसे चीटिंग नहीं कहा जा सकता।
एचआईवी और एड्स क्या है? ज्यादातर लोग एचआईवी और एड्स को एक ही बीमारी मान लेते हैं। एचआईवी का अर्थ ह्यूयूमन इम्यूनो डिफिशिएंसी वायरस है। इसमें संक्रमण धीरे धीरे बढ़ता चला जाता है। इसकी वजह से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है। आगे चल कर यह एड्स यानी की एक्वायर्ड इम्यून डिफिशिएंसी सिंड्रोम में तब्दील हो जाता है। शुरू में इस बीमारी के बारे में पता नहीं चलता। लेकिन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण हर बीमारी होने लगती है। तब जांच में इस बीमारी के बारे में पता चलता है।
कैसे फैलता है?
0 असुरक्षित यौन संबंधों से 0 संक्रमित इंजेक्शन या सूई के इस्तेमाल से 0 संक्रमित रक्त के प्रयोग से 0 संक्रमित गर्भवती माता से उसके गर्भस्थ शिशु को 0 संक्रमित व्यक्ति द्वारा किए गए अंगदान से
नहीं फैलता
0 संक्रमित व्यक्ति से बात करने पर 0 उसके साथ खाना खाने पर 0 उसके द्वारा प्रयोग किए गए बर्तन का प्रयोग करने पर 0 उसके साथ सोने से 0 उसे छूने या चूमने से
बचाव कैसे करें?
0 शारीरिक संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग करें
0 दुर्घटना का शिकार होने पर इस बात का ध्यान रखा जाए कि चढ़ाया जाने वाला खून संक्रमित न हो
0 किसी भी डिस्पेंसरी या अस्पताल में टीका लगाने समय नई सूई का इस्तेमाल करें
0 अपने जीवन साथी के प्रति वफादार रहें
0 मल्टीपल सेक्सुअल पार्टनर न बनाएं
0 समलैंगिक संबंध न बनाएं